बेटी को चोट लगी
मां की आँखें छलकीं
बेटे का जब रक्त बहा
मन पिता का बेहाल हुआ
है यह रिश्ता खून का
ना कि किसी पर थोपा गया
कुछ रिश्ते मिलते समाज से
वे कभी सतही होते
कभी प्रगाढ़ भी होते
लोग वही भाग्यशाली होते
निरोगी काया पाते
इनके रिश्ते होते
अच्छी आदतों से
पर कुछ रिश्ते होते अनाम
जो रक्त दान से बनते
जिसको रक्त मिल पाता
अपने जीवन रक्षक को
दिल से दुआएं देता
जीवन भर अहसान मानता
रक्त दान से मिले रिश्ते को
सबसे ऊपर मानता |
आशा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here: