आवाज सुन कर कोयल की
बागों में चले आये थे
गौर से जब ऊपर देखा
बौर आम पर आए थे
हिलती टहनियां देखीं
कोयल की कुहू कुहू सुनी
मौसम बदलने लगा है
पक्षी यही जताने आये थे |
मंद मंद बयार चली
मयूर की थिरकन बढी
देखी व्योम में काली घटाएं
वर्षा की संभावना जगी
अपने मधुर स्वर से मयूर ने
उसके आने का आगाज किया |
पक्षी सयाने संकेत देने आते
मौसम बदल रहा है
यही जताने आते |
आशा
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