17 मार्च, 2017

जी चाहता है




जिन हाथों ने यह जादू किया
सजाया सवारा
मुझे बदल कर रख दिया
जी चाहता है
चूम लूं उन्हें
समेत लूं अपने आप में
प्यार दुलार का
यह फलसफ़ा
समझ से है बाहर मेरे
एहसास तब न था उसका
आज है पर पूरा नहीं
जी चाहता है
अ ब स उसका
जान लूं गहराई से
तभी उसे समझ पाऊंगा
खुद को उसके
समीप पाऊंगा
जी चाहता है समय
व्यर्थ न जाए
वह थम जाए
मुझे उसतक पहुँचाए |
आशा

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