आदत वृद्धावस्था की
एक किस्सा पुराना
बारबार उसे दोहराना
है वृद्धावस्था का
अन्दाज पुराना
कोई सुने या न सुने
मजा आता है
उसे जबरन सुनाने में
अब तो आदत सी
हो गई है
एक ही बात
दस दस बार
दोहराने की
हर बात पर अपनी
मनमानी करने की
जिद्द ठान लेने की
सही है की
मोहर लगा देने की
कोई हँसे या न हँसे
खुद ठहाके लगाने की |
आशा
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