ग्वाल बाल साथ ले
कान्हा ने धूम मचाई
गोकुल की गलियों में !
खिड़की खुली थी
घर में छलांग लगाई
खाया नवनीत
खिलाया मित्रों को भी
कुछ खाया कुछ फैलाया
आहट सुन दौड़ लगाई
गोकुल की गलियों में !
ग्वालन चली थी
जल भरने जमुना को
कंकड़ी मारी मटकी फोड़ी
जमुना तट पर कंदुक खेली
गेंद गयी जमुना जल में
कालिया नाग ने
दबाई मुँह में
जमुना में कूद किया
मर्दन कालिया का
तभी तो श्यामवर्ण हुआ
जमुना के जल का
खूब खेले कन्हाई
गोकुल की गलियों में !
राधा से की बरजोरी
फिर कदम्ब तले
सुनाई बंसुरी की
मधुर तान
रचाया रास राधा संग
गोकुल की गलियों में !
आशा सक्सेना
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