जब ज्योति जली
विष्णुप्रिया के मंदिर में
तम घटा घर के हर कोने का
जगमग मन मंदिर हुआ
रोशनी की चकाचौध में !
क्योंकि पहली पसंद हैं यह बच्चों की
पर इस वर्ष लीक से हट कर
देखी एक बात विशेष !
मार्ग रहा साफ़ सुथरा
फेंका कचरा सब एक तरफ
क्या मालूम नहीं हम जुड़े हैं
स्वच्छता अभियान से ?
प्रति दिन सफाई करते हैं
घर बाहर बुहारते हैं
हमारे लिए है प्रति दिन दीपावली !
आम आदमी जुड़ गया है
इस अभियान से
हर सुबह होती है इसके आग़ाज़ से !
घर बाहर की स्वच्छता से
मन प्रसन्न हो जाता
एक ही दिन नहीं अब तो
प्रति दिन दीपोत्सव मनाया जाता !
आशा सक्सेना
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