चलो चले जाएँगे हम
लौट कर सावन की तरह
अगले बरस आने को
पर इस बरस को भूल न पाएंगे
रह रह कर याद आएगी
भाभी बिना त्यौहार मनाने की
कभी इन्तजार रहता था
सावन के आने का
हलकी हलकी बारिश में
भीग कर जाने का
लौट कर सावन की तरह
अगले बरस आने को
पर इस बरस को भूल न पाएंगे
रह रह कर याद आएगी
भाभी बिना त्यौहार मनाने की
कभी इन्तजार रहता था
सावन के आने का
हलकी हलकी बारिश में
भीग कर जाने का
बहुत मजा आता था
अम्मा की डाट खाने में
उससे भी अधिक
आनंद की प्राप्ति में
बस यह केवल रह
अम्मा की डाट खाने में
उससे भी अधिक
आनंद की प्राप्ति में
बस यह केवल रह
अब गुम होकर
पुरानी यादों में रह गया है |
आशा
पुरानी यादों में रह गया है |
आशा
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