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18 अक्टूबर, 2018
माँ
हे जग जननी
जय हो माँ तेरी
रोज तुम्हें ध्याता
पूरी करो अभिलाषा |
पूए साल राह देखता
तेरे आने की तेयारी करता
आशा कामना पूर्ति की करता
सारी रात जगराता करता
उपवास रोज रखता
भजन कीर्तन में व्यस्त रहता
पूर्ण करो मेरी आशा
जय जय जय हो
जगदम्बे माता |
आशा
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