18 मार्च, 2020

कोरोना

कोरोना फैला
आई बिपदा घोर
डरना कैसा

थामें दामन
स्वच्छता अपनाएं
भय है कैसा

कोई तो होता
सही मार्ग दर्शक
बीमारी फैली

कैसी बीमारी 
क्यूँ पसार रही है 
 अपने पैर 

निगल गई 
बड़ा भाग बीमारी 
मास्क न मिला 

है वायरस 
बहुत  जानलेवा 
प्रभु बचाए

है महामारी
सावधानी जरूरी
 ना कि बीमारी


आशा

9 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 19.3.2020 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3645 में दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।

    धन्यवाद

    दिलबागसिंह विर्क

    जवाब देंहटाएं
  2. नमस्ते,

    आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 19 मार्च 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सुप्रभात
      सूचना के लिए आभार रवीन्द्र जी |

      हटाएं
  3. लगता है प्रभु ने ही ये वायरस छोड़ा है
    हमें जागरूक करने के लिए।
    नई रचना- सर्वोपरि?

    जवाब देंहटाएं
  4. टिप्पणी के लिए धन्यवाद रोहितास जी |

    जवाब देंहटाएं
  5. खतरनाक वायरस पर सुन्दर हाइकू रचे आपने ! सार्थक सृजन !

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: