05 मार्च, 2020

होली के रंग





होली के रंग
 फीके नहीं लगते 
प्रिया के संग 

रंग रसिया 
तुमसे ही मैं हारी 
श्याम बिहारी 

सरस भंग 
चढ़ा नशा इतना 
भूल न पाया 

सनम तुम 
आज न आए तो क्या 
भूल न जाना 

होली आई रे
खेलों रंग वासंती 
अवीर संग

                                                                            आशा

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 06 मार्च 2020 को साझा की गई है...... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. सुप्रभात
      सोचना के लिए धन्यवाद यशोदा जी |

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  2. सुप्रभात
    मानव जी धन्यवाद टिप्पणी के लिए |

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