16 अगस्त, 2020

दूसरी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि




रहे सदा अटल अपने नाम की तरह
जो भी मन में ठाना  पूर्ण किया शिद्दत से
 हर सही  बात पर अडिग रहे नहीं डिगे उससे
जो भी देश हित के लिए सोचा किया
जुटे रहे पूर्ण मनोबल से |
सफलता से मुख न मोड़ा
असफलता से भय न माना
आए राजनीति में जब
 समाज के हित को दी प्राथमिकता |
जब राजनीति में कदम रखा
सदा बैठे पक्ष में या विपक्ष में
ना केवल दिखावे के लिए
सदा अटल रहे सत्य पर |
विश्वास नहीं डगमगाया
 कभी हार नहीं स्वीकारी
 सदा दृढ़ संकल्प रहे
 आत्मबल से  सराबोर रहे|
हुए युग प्रवर्तक अनुयाइयों के लिए
दिया दृढ़ नेतृत्व विपक्ष को
बार बार दल परिवर्तन न किया
जैसा नाम वैसा ही काम
यही रही विशेषता विशेष आपमें
सादर नमन अटल आपको |
आशा

8 टिप्‍पणियां:

  1. अटल जी को भावभीनी श्रद्धांजलि ! ऐसे विशाल हृदय और सशक्त नेता विरले ही इस धरती पर जन्म लेते हैं ! सादर नमन !

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  2. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार (17अगस्त 2020) को 'खामोशी की जुबान गंभीर होती है' (चर्चा अंक-3796) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    --
    -रवीन्द्र सिंह यादव

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  3. धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |

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