12 जनवरी, 2021

गोद माँ की

 

                                माँ के आँचल की छाँव तले

 ममता भरी गोद में

जब पनाह मिलती है

बड़ा सुकून मिलता है |

धीरे  धीरे जब सर सहलाती है

एक अनोखी ऊर्जा का संचार  होता है

यही ऊर्जा जीने की ललक जगाती है

 क्षण भर  में ही सारी थकान 

दूर हो  जाती है |

अद्भुद स्नेह से हो तृप्त

जब गोदी से सर हटाता हूँ

 बड़ा सुकून मिलता है  मुझे

मन में होता स्नेह का  संचार सुखद |

काश स्नेह मई माँ का  प्यार ऐसा

सब के नसीब में होता

माँ की गोद की उष्मा

 बड़े भाग्य से  मिलती |

जो सुरक्षा वहां मिलती

उसकी कल्पना  बड़ी सुखदाई  होती

माँ की कभी कमी सदा खलती

होती  अनमोल माँ की गोद

उसकी कोई सानी  नहीं होती|

आशा

 

 

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