16 फ़रवरी, 2021

आया वसंत आई बहार

 

आया वसंत आई बहार

वृक्षों ने  किया नवश्रृंगार हरे भरे पत्तों से 

वे खेले वासंती पवन के झोंकों से 

 हुई धरा सराबोर  रंग वासंती में

खेतों में पीले सफेद पुष्प खिले

हरियाली छाई धरणी पर 

वृक्षों ने ली है अंगडाई उन पर छाई तरुणाई|

बसंती  रंग के परिधानों  से सजे बालक वृन्द 

गृहणी ने भी पहने  पीत  वसन

की मां सरस्वती के पूजन की तैयारी |

कहीं बच्चों का पट्टी पूजन हुआ

किये वादे विध्या की देवी  के समक्ष  

पढ़ने में कमी न करने के लिए  |

कई युगल  बंधे विवाह बंधन में

कच्चे धागे से बंधे सदा के लिए

जन्म जन्म का  साथ निभाने को  

 वचन बद्ध हुए  साथ जीने मरने के लिए |

यह दिन है ही ऐसा  प्रसन्नता से भरा

शंकर से रति ने पति काम देव के  लिए

पूजन अर्चन कर प्रार्थना  की थी

तभी से नाम कामदेव का हुआ अनंग |

9 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (17-02-2021) को  "बज उठी वीणा मधुर"   (चर्चा अंक-3980)   पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    -- 
    बसन्त पञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।  
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

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  2. बहुत बढ़िया ! ज्ञानवर्धक रचना !

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