25 अप्रैल, 2021

हाइकु



 ·                                                              1-कोरोना भय

इतना गहरा है

मन में पैठा

 

2-चैन किसी का

मन में समागया

बाहर नहीं

 

3-थके व्यक्ति

आँखें नम आँसू से

व्यथा न कही

 

4-सागर जल

प्यास न बुझे खारा

आंसुओं जेसा

 

5-था बीता कल

स्वर्णिम यादों भरा

लौट न पाया


6-मन अशांत 

खोज रहा सुकून 

चंद पलों का 


७-जीने की राह 

है बहुत कठिन 

चला न जाए 


८-पीड़ित मन 

दुख से भरा रहा 

जान न पाया 


९- मन मुदित 

किस कारण से है 

ना  पहचाना 

 

आशा 

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