08 जुलाई, 2021

सूना सारा जग लगे

                                         सूना सारा  जग लगे

तेरे बिना मन उसका भागे  

भीगे चंचल  स्वभाव

 नन्हीं बारिश की बूंदों में |

है यह  कल्पना मात्र

या किसी का ऐसा  झुकाव

 पैदा हुआ जो आकर्षण से

या पहली दृष्टि  के प्यार से |

एक ही  विशेषता रही यहाँ  

कोई झाँक  न सका उसे चिलमन से

एक तरफा लगाव रहा अवगुंठन में

बचा रहा  दुनिया की काली नजरों से |

वह खुश हुआ यह जान कर 

किसी ने ध्यान न दिया ऐसे लगाव पर

बात परदे में ही छुपी रह गई

दुनिया में रुसवाई न हुई |

आशा

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