१-हे भोलेनाथ
तुम कितने भोले
करदो दया
२-मेरी इच्छा है
तुम पर निगाह
मेरी केवल
३-किसी की श्रद्धा
हलके में न लेना
यही प्रार्थना
४- शिवशंकर
तुम ही भोलेनाथ
आराद्ध्य मेरे
५- सृष्टि पालक
तुम् ही संहारक
हो शम्भू नाथ
६- शिव पार्वती
मूषक की सवारी
मन को भाई
७- कठिन व्रत
कर पाया शिव को
शैल सुता ने
८- शिव शंकर
भोले भंडारी तुम
मन हरते
९-ॐ नमो नमः
शिवशंकर भोले
सृष्टि पालक
आशा
आशा
सादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (10-8-21) को "बूँदों की थिरकन"(चर्चा अंक- 4152) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
--
कामिनी सिन्हा
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंआभार कामिनी जी मेरी रचना को आज के अंक में स्थान देने के लिए |
बहुत बढ़िया हाइकु ! जय भोलेनाथ की !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
हटाएंहर हर महादेव!
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद नीतीश जी टिप्पणी के लिए |