1-वन संपदा
सुरक्षा आवश्यक
हो संरक्षक
२-वृक्ष लगाओ
हरियाली बचाओ
पेड़ न काटो
३- जल संचय
बड़ा जरूरी रहा
ग्रीष्म ऋतू में
४-जल बचाओ
स्वच्छ उसे रखो
है जिम्मेदारी
५- गंदे जल का
निकास अलग हो
शुद्ध अलग
६-पानी ही पानी
पर स्वच्छ नहीं है
पीना मुश्किल
७-हरा भरा है
मध्यप्रदेश मेरा
गर्व है मुझे
आशा
सादर नमस्कार,
जवाब देंहटाएंआपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार (13-08-2021) को "उस तट पर भी जा कर दिया जला आना" (चर्चा अंक- 4155) पर होगी। चर्चा में आप सादर आमंत्रित हैं।
धन्यवाद सहित।
"मीना भारद्वाज"
सुप्रभात
हटाएंआभार मीना जी मेरी रचना को स्थान देने के लिए आज के अंक में |
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती सामयिक और सुन्दर रचना।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जिज्ञासा जी टिप्पणी के लिए |
सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंThanks for the comment sir
हटाएंगहन
जवाब देंहटाएंThanks for the comment sir
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज शनिवार (१४-०८-२०२१) को
"जो करते कल्याण को, उनका होता मान" चर्चा अंक-४१५६ (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती सुंदर हाइकु...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हाइकु !
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