18 सितंबर, 2021

सफलता की ओर

 

                                     कितनी शिकायतें सुननी होंगी

                     
                      उसका अंदाज नहीं है क्या ?

फिर भी कूद रहे हो बिना तैयारी के  

जिन्दगी के मैदाने जंग में |

कितनी बार सबने समझाया  

पहले सोचो फिर कार्य करो  

यदि दिल दिमाग जाग्रत रखोगे   

कभी न पछतावा होगा  |

 भावुक होना जल्द्बाजी में

 उसी सोच पर कार्य करना

 असफल रहे यदि यत्न न किया

सर न उठा पाओगे  |

 घुटन होगी असफल हो कर तब

कितनी ही बार सोचोगे

पहले ही यदि सोच लिया होता

यह दिन न देखना पड़ता |

आँखें खुली रख जब दिल से सोचोगे

तब भी किसी हद तक सफल रहोगे

दिल का सोच सही नहीं होता

यदि प्रतिफल न मिला पछताओगे |

केवल भावनाओं में जीने से

कोई सफल नहीं होता

दिल दिमाग दौनों हैं आवश्यक   

सफलता पाने  के लिए |

साहस के बिना भी कुछ न होगा

प्रयत्न पूरी शिद्दत से करना होगा

इस शिक्षा पर यदि चलोगे तभी सफल होगे

जिन्दगी की कठिन परीक्षा में |

सफलता तुम्हारे कदम चूमेंगी

समाज तुम्हें देगा सम्मान  

गिनी चुनी हस्तियों में होगा नाम तुम्हारा

यथोचित सम्मान तुम पाओगे |

आशा

12 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात
    धन्यवाद आलोक जी टिप्पणी के लिए |

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  2. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (19-9-21) को "खेतों में झुकी हैं डालियाँ" (चर्चा अंक-4192) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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    कामिनी सिन्हा


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  3. सुप्रभात
    आभार कामिनी जी मेरी रचना की सूचामा के लिए |

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  4. प्रेरित करती बहुत ही बेहतरीन रचना!

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  5. बहुत बढ़िया ! बिलकुल सही सुन्दर सन्देश दिया है रचना में ! प्रेरक सृजन !

    जवाब देंहटाएं
  6. केवल भावनाओं में जीने से

    कोई सफल नहीं होता

    दिल दिमाग दौनों हैं आवश्यक

    सफलता पाने के लिए |
    सुंदर रचना आदरणीय ।

    जवाब देंहटाएं

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