वर्तमान में जीना ही
सच्चा जीना है
केवल बीतें कल को
ले कर रोना
उन्हीं यादों में
डूबे रहना
वर्तमान से दूर भागना
बीते कल में
उलझे रहने में
यादों में खोए रहने में
क्या लाभ है
आज को भी बर्वाद
कर देता है
आने वाले कल की
कल्पना के
स्वप्न देखने से
क्या फ़ायदा है
जीना भार स्वरुप
लगने लगता है
जब उससे बाहर
आना चाहो
लौट नहीं पाते
सांस लेने को जगह
नहीं मिलाती
खुले आसमान में
उड़ नहीं पाते
बहुत घुटन होती है
जिन्दगी की चाह
नहीं रह जाती
पर अपने हाथ में
कुछ भी नहीं है
जो लिखा है भाग्य में
वही सच्चाई है |
आशा
Thanks for the comment sir
जवाब देंहटाएंजो भी है बस यही एक पल है ! जो कुछ पाना खोना है सब इसी एक पल में नियत है ! वर्तमान को ही जीना चाहिए ! न भूत की सोचो न भविष्य की !
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