ना
मानो
हम हैं
तुम्हारे ही
कोई और नहीं
वह दूर हो गया है
किसी से लगाव नहीं है|
है
तेरा
जलवा
स्वप्न जैसा
कोई न मिला
बड़ा यत्न किया
कभी किसी से न सीखा
लक्ष्य तक पहुँचने में |
है
मेरा
विचार
सोच का है
ढंग अनूठा
किसी से मिलता
नहीं तो क्या सोचना
मन को नहीं दुखाना है |
आशा
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंThanks for the comment sir
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंबढ़िया !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
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