१-जुनून हो यदि लेखन का
हर हाल में पूरा होता है
कभी हार नहीं होती
सच्ची कोशिश यदि की होती |
२-पढ़ना लिखना है एक शौक
चाहे जिस उम्र में हो सकता है
इसको पूरा करने में
मन को सुकून मिलता है |
३- प्यार है एक जजबात मन का
कोई जोर नहीं इस पर किसी का
किसी सीमा में बंधकर नहीं रह सकता
किस से कब हो जाए मालूम नहीं होता |
४- रात्रि बिताई जागरण कर
सोने का मन न हुआ
जाने कितने ख्यालों ने घेरा
खड़ा किया असमंजस में |
५- प्यार तो प्यार ही है
किसी से भी हो जाए
कोई गुनाह नहीं है यह
जाने कब किस ओर मुड़ जाए |
आशा
वाह ! सुन्दर क्षणिकाएं !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |