23 नवंबर, 2021

कठिन मार्ग दौनों का


                                        
हो गुलाब का फूल

 या हो पुष्प कमल का 

उन तक जाने में  

 पहुँच मार्ग में

 बड़े व्यवधान आते हैं |

 दौनों तक पहुँच पाने में

हम उलझ ही जाते हैं 

हैं बहुत महत्व  के दौनों 


              कमल है आसन देवी लक्ष्मी का   

उस तक पहुँचना 
कष्टकर होता |

दलदल में खिलते

पुष्प कमल के

फिर भी अलग रखते

 खुद को कीचड़ से  |

फूल गुलाब का

 भी कम नहीं किसी से 

अपने को बचा कर रखता

  घिरा रहता कंटकों से  |  

वे बचा कर रखते गुलाब को

 रक्षक बन कर उसके 

 अनचाही कोशिश किसी ने यदि की  

देते दंश बड़ा चुभन से  | 

 जब माला या गुलदस्ता

 गुलाब का ही  बनाना  होता

बहुत कष्ट होता

 उनको चुनने में |

पर महत्व जान कर

 दौनों पुष्पों  का 

भूल जाते उन 

कठिनाइयों को |

कितनी भी दिक्कत आए 

उन तक पहुँच पाने में

पूरे प्रयत्न करते

उन तक पहुँच ही जाते |



आशा 

9 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 24 नवंबर 2021 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
    !

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    उत्तर
    1. सुप्रभात
      आभार पम्मी जी पांच लिंकों का आनंद में मेरी रचना को स्थान देने के लिए |

      हटाएं
  2. उत्तर
    1. सुप्रभात
      धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |

      हटाएं
  3. बहुत सही बात कही आपने!
    खूबसूरत सृजन

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  4. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

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  5. सुप्रभात
    टिप्पणी के लिए धन्यवाद मनीषा जी |

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  6. कमल और गुलाब की महिमा दर्शाती सुन्दर रचना !

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