15 नवंबर, 2021

मेरा कहा मानो


 


एक ही बात की रट लगाना

उसके दाने बाएँ भी न झांकना

है कहाँ का न्याय यह तो बताना

क्या यह जबरजस्ती है नहीं |

मुझे कोई एतराज नहीं

तुम्हारी ऐसी जिद पर

पर लोग कितनी हँसी उडाएंगे

कुछ तो सोचा करो|

मुझ् में तुझ में दूरी

यदि बढ़ने लगी

कोई साथ न देगा हमारा

हम अकेले ही रह जाएगे

इस भाव सागर में |
मेरा कहा मानो

सबके साथ मिल कर चलो
फिर अकेलापन न लगेगा

कोई तो सच्चा मित्र होगा |

आशा
Neha Vedant Shrivastava
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