15 अप्रैल, 2022

सिलवटें




               तुम्हारे चहरे पर                                               सिलवटें क्यों है
                  क्या किसी ने

 दिल दुखाया है तुम्हारा |

 तुमसे उसे जो चाह थी 

न मिल पाई 

उसी की नाराजगी 

दिखी उसके व्यवहार में

और सिलवटें तुम्हारे आनन पर |

तुमने ना कुछ बोला

ना स्पष्ट किया अपने भावों से

 सिमेट लिया खुद को  

अपने अंतस  में  |

किस बात से हुए क्रुद्ध 

यदि संकेत दिए होते

एक भी सिलवट दिखाई नहीं देती

तुम्हारे मुख मंडल पर |

कोई शिकन न छू पाती तुम्हें

किसी के आहत करने की  

 मंद मुस्कान बनी रहती

बहुत समय तक तुम्हारे चहरे पर |

क्या कारण है

 तुमने चुप्पी साधी है

क्या अनवरत चुप रहने की

कसम खाई है |

आशा 

                                                                                  

4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही बढ़िया अभिव्यक्ति ! भावों एवं शब्दों का अनोखा संगम ! सार्थक अभिव्यक्ति !

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात
    धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: