27 जुलाई, 2022

वर्षा ऋतु का आगमन

 


 जल की नन्हीं बूंदे आतीं

 काली घटाएं आपस में टकरातीं

व्योम में बिजली चमकती जब टकराती  

वर्षा ऋतु आगमन का होता आगाज  |  

 बादल काले कजरारे उमढ घुमढ आते

 आपस में टकराते गरजते बरसते 

  वर्षा की उम्मीद जगाते  

 खेतों में नन्हें पौधे अंकुरित होते |

 होती जब मखमली हरियाली   

व्योम में धुंधलका छा जाता

जब भी बादल समूह में आते

कभी काले कभी भूरे दीखते

अनूठा मनमोहक नजारा होता |

जब भी वे आपस में टकराते बादल  

तीव्र गर्जना होती 

दिल दहल जाते सब के  

सोते बच्चे चौंक कर उठते |

पर रिमझिम वारिश होते ही   

वर्षा में भीगने को लालाइत होते

सारी सीमाएं तोड़ कर

भागते आंगन की ओर |

यही तो बचपन है

प्रकृति में जीने का

 भीगने खेलने नहाने का

आनंद है कुछ और |

आशा 

आशा 

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