24 अगस्त, 2022

किसी के प्यार में दीवाने हुए




 किसी के प्यार में दीवाने  हुए है 

शायद किसी ने दी  सलाह जज्बाती होने की 

सोचा नहीं था  क्या हश्र होगा इसका 

जल्दबाजी में जो कदम उठाया

 उसी से मात खाई बिना सोचे बहक गए हम  दोनों 

अब पछताकर  होगा क्या  ?

किसी से कहने सुनने में भी भय लगता है 

 यह कदम है गलत क्यों ?

कारण जानने की उत्सुकता ने 

हालत और खराब की 

बिना बात हँसी के पात्र बन बैठे

  दीवाने हुए किसी के प्यार में |

जब तक अपनी गलती समझ आई 

बहुत देर हो चुकी थी अब क्या करते 

एक ही शिक्षा  ली है मेने इस   से 

अन्धानुकरण कभी न करना चाहिए 

चाहे हो जाए कुछ भी

 अपनी सोच का दरवाजा  भी खुला रखना चाहिए  |


आशा लता सक्सेना 


 

5 टिप्‍पणियां:

  1. दीवानगी (वह भी प्यार की!) तो आख़िर दीवानगी ही है। वहाँ सोचने विचारने का अवकाश कहाँ! बहुत सुंदर अभिव्यक्ति!!!

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  2. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार (२५-०८ -२०२२ ) को 'भूख'(चर्चा अंक -४५३२) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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  3. प्यार में दीवाने हुए.. अन्धानुकरण पर अच्छी सीख।

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  4. वाह ! क्या बात है ! बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !

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