11 जनवरी, 2023

आज मौसम कितना सुहाना

 

                                                आज   मौसम कितना सुहाना है 

सर्दी सुबह  है गर्मी दोपहर में 

शाम को फिर वही 

मौसम आ जाना है |

बाहर जाने का 

सैर सपाटे का मन है 

काश हम भी

 सैर सपाटा कर पाते |

मन में तो अरमान न  बचे रहते  

खूब आनन्द मनाते 

  यह न रहता कि

 हमने सैर नहीं  की |

अपने अरमान सजाते गाते गुनगुनाते

दूर जंगल में निकल जाते 

मोर संग नाचते 

चिड़ियों संग ऊपर आसमान में उड़ते   |

 छत पर जा रंगीन पतंग 

संग पैच लड़ाते 

काटा है  ,काटा है कह

 चिल्लाते  खुशी मनाते   

 धूप निकल आती कठिन होता

 पतंग बाजी करना |

माँ के पास जाकर  बहुत

 प्यार से गुड़ तिल खाते 

अपने मित्रों के घर भी जाते

 सभी बड़ों के पैर छूते |

जब कोई आशीष देता

 मन में गर्व का  अनुभव करते 

मकर संक्रांति का दिन कैसे कटता

 यह भी भूल जाते |
दिन  में पतंग बाजी कर

 इतने थक जाते

कहाँ सोएं यह तक याद नहीं रहता 

 खाना खाना ही भूल जाते |

आशा सक्सेना 



4 टिप्‍पणियां:

  1. वाह वाह ! बहुत ही मनोरम रचना ! संक्रांति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  2. बहुत बढ़िया। अभी का मौसम बिल्कुल ऐसा ही है।

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