13 जनवरी, 2023

काम जब ठीक से न बटा हो

 




कितनी सीमित सारी जानकारी मिली  

मन ने भी बार बार टोका

 किसके लिए  किसने काम सोपा

जानने  को  आवश्यक न समझा |

सब कार्यों की  न जान कारी मिली

 उसे दूर रखा गया सब से

कारण तक न बताया गया

या उसे धर का सदस्य ना समझा |

यह समस्या तभी उत्पन्न होती

जब तीन पांच  का राज्य होता

 सब देते दोष एक दूसरे को

 शिकायत करते आपस में युद्ध करते |

मन का विक्षोभ इतना बढ़ता कि

किसी कार्य में चित्त न लगता

इसी लिए कहना पड़ता अपना अपना

काम  करो और घर जाओ |

घर का माहोल न बिगाड़ो

आपस में झगड़ने से क्या लाभ होगा

कभी अवसर भी देखा करो

तुम बच्चे जैसा न लड़ा करो |

आशा सक्सेना 

 

 

 

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