ख्याल मेरा तुम्हारा है एक जैसा
यह तो ध्यान न दिया मैंने
पर जब तुम में परिवर्तन देखा
जब बहुत इसरार किया मैंने |
सोचा जैसा मैं सोचती हूँ
तुमने भी वही सोचा होगा
मैंने तुम्हारा अनुकरण किया
तुमने भी वही किया होगा |
मुझे ठेस लगी यह जानकर
परिवर्तन तुम्हारा देख कर
पर देख कर भी अनदेखा किया
फिर भी मन से नहीं |
यह मुझे भली न लगी क्लेश देने वाली
बेचैन किये रही कितने दिनों तक
किस से कहती मैंने भूल की तुम्हें
आंकने में
अब मेरे जैसे नहीं रहे यह किसे बताती |
आशा सक्सेना
भावपूर्ण सुन्दर अभिव्यक्ति !
जवाब देंहटाएंसाधना टिप्पणी के लिए धन्यवाद |
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