जप लो राम राम हटीले श्याम श्याम
किसी से शिक्षा कीक्या आवश्यकता
जीवन के अंतिम पड़ाव पर
यह आती जीवन के अनुभवों के साथ से |
यहीं धरा पर सब सीख लिया जाता
अपने बुजुर्गों से एक पीढी से दूसरी को शिक्षा देती
है बड़ों का काम अनुभवों की शिक्षा देना
अलग से शिक्षा का क्या लाभ
इनको ही उताराजाता अपने जीवन में |
यदि इनको उतारा जीवन में हो जाता जीवन में
किसी से होड़ करने का क्या लाभ है
यदि अपना ज्ञान कम होता उसे ही पूरा करने में
कष्ट तो होता पर अन्तमें सफल जीवन पाया होता
मैंने बहुत कुछ सीखा है अपने बढ़ते जीवन से
अब सोचती हूँ किसी की नक़ल से क्या लाभ
खुद की कोशिश है पर्याप्त पूरी सफल होने के लिए
यदि ईश्वर हो साथ किसी की क्या जरूरत ||
आशा सक्सेना
सही बात ! जब ईश्वर का हाथ सर पर हो किसी अन्य सहारे की क्या ज़रुरत है !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
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