रंग रगीली होली आई रे
किया सारे साल इंतज़ार होली का
काफी दिन पहले से
घर की सफाई की
मिठाई बनाई |
खेला रंग मित्रों के संग
श्याम पड़े होली जलाई
हिलमिल मिठाईखाई
आपस का भेदभाव भूले
गले मिले बैर भूले
मन में कोई कटुता नही रही
यही है विशेषता इस त्यौहार की
आशा सक्सेना
होली त्योहार है ही सद्भावना और मेल मिलाप का ! होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
हटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
जवाब देंहटाएं