मुझे तुमसे कुछ ना चाहिए
तुम्हारे प्यार के सिवाय
जीवन बहुत सीधा साधा
जीवन की रंगीनिया नहीं |
सीधा साधा है यह तो |
मुझे सादगी से लगाव है
सरलता ने मन ने मोह लिया है
सच्चाई,सरलता ,सादगी
और आकर्षण का
तुमने अनुसरण किया है |
यही गुण ने तुम्हें बनाया विशिष्ट
और सादगी जीवन में तुम्हारे
मन मोह कर ले चली
मुझे हो गया प्यार तुमसे |
कितनी भी दूरी हो तुमसे
मैं भूल नहीं सकता तुम को
जान चुका हूँ अब मैं
बिना मिले तुमसे रह नहीं सकता |
आशा सक्सेना
सीधी सच्ची सोच वाली सुन्दर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज गुरुवार (30-03-2023) को "रामनवमी : श्रीराम जन्मोत्सव" (चर्चा अंक 4651) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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श्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
राम नवमीके लिए शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को आज के अंक में शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंसादगी से परिपूर्ण चंद पंक्तियां 👌👌
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
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