09 अप्रैल, 2023

मीठी बोली बोलने से संतुष्टि

 


                                                           यूँ तो किसी का कोई नहीं होता 

 तुम समझो या ना समझो

किसी को अपने व्यवहार से

अपनाया भी जा सकता है |

तुम जानो या ना जानो

अपने झुकने से विनम्र होने से

किसी को ख़ुशी मिले यदि

इससे बड़ी बात और क्या होगी |

हमने तो एक ही बात

सीखी है अपने बड़ों से

गैरों को अपनाने से गले लगाने से

बड़ी संतुष्टि मिलती है |

अपना होने की कला सब को  नहीं आती 

 जो ख़ुशी मिलती है यदि बांटी जाए

और  किसी को संतुष्टि मिले

 तब विनम्रता से हानि नहीं होती |

दो बोल मीठे यदि बोलें  

 मन में ख़ुशी छा जाती है

वही अपना हो जाता है

 अपने करीब आ जाता है|

बस हमें और क्या चाहिए

हमें  होना सब के नज़दीक चाहिए

वही है अपना जो हमारा हो 

 सुख दुःख समझे |

हमारा  होने का एहसास कराए

दिल से हमारा हो जाए

सच्चा मित्र रहे कभी ना  बदले  

कठिन समय होने पर  काम आए |

आशा सक्सेना 

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