04 मई, 2023

अपनी सफलता पर

 

स्याह काली चूनर पहने

संध्या आई दिल जीतने

हमने भी सौहार्द्र का रुख दिखाया

बड़े प्यार से कालीन बिछाया |

चौमुख दियना महफिल में जलाया

कमरा हुआ जगमग आनेवाले लोगों के लिए

सब थे उत्सुक अपने अपने कलाम

सुनाने के लिए जज्बातों पर टिप्पणी लेने केलिए यह तो एक छोटा सा प्रयास था हिन्दी लिखित साहित्य में योगदान के लिए |

अपनी सफलता पर मन हुआ प्रसन्ना

देख कर अपना आयोजन

संतुष्टि आई अपनी सफलता पर

यही अपेक्षा थी सबको मुझसे  

जिसमें मैं सफल हुई

सब ने आशीष दिया मुझे और हिम्मत बधाई |

6 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर शुक्रवार 05 मई 2023 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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  2. धनुवाद रवीन्द्र जी मेरी रचना को आज के अंक में स्थान देने के लिए |

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  3. बहुत सुन्दर रचना ! कई शब्दों की वर्तनी में सुधार की आवश्यक्ता है ! चेक कर लिया करिए !

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  4. धन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए

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  5. बहुत बढ़िया पंक्तियां

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