25 जून, 2023

तुमने किसी को महत्व ना दिया

 

तुमने किसी को महत्व ना  दिया

समाज का आदर ना किया

अपना दिल उसे दे दिया

अपने से बहुत नजदीक किया |

उसने कदर न जानी तुम्हारी

यही बात उसके मन ना  भाई

बिना सोचे विचारे यह क्यों किया

किसी का दिल तोड़ दिया |

उसे खुश रखने के लिए

यह सही नहीं किया

|सब का मान सन्मान ना किया

उड़े तुम झूटी शान मेंआसमान में

किसी की आवश्यकता नहीं समझी

जिसने भी अपनी हाथ फंसाया 

काजल की कोठारी में उसने 

अपने हाथ काले किये |

मन को किसी के ठेस लगी

 यही बात मन को चुभ  रही 

हमने तो जीने का मन बनाया 

रंगीन सुहाने सपनों में 

यही है प्यार की रीत 

कुछ नया नहीं है 

आशा सक्सेना 


3 टिप्‍पणियां:

Your reply here: