14 जून, 2023

कविता ने अपना गम भूला

 

मेरी  कविता ने अपना गम भूला

कुछ नया लिखने का मन हुआ

जब कलम उठाई उत्साह जाग्रत हुआ 

यही समझ आया कभी तो सफलता मिलेगी|

अपने जीवन की रंगीनी उसमें डाली

यही किया अपने को व्यस्त करने के लिए

सब ने हतोत्साहित भी किया पर मैंने हार नहीं मानी

 जिसने भी सलाह दी उस पर पूर्ण विचार किया

नवीन शब्दों  का अर्थ खोजा

जो शब्द  हनी से भी मीठा हो उसका ही उपयोग किया

मन लुभावन  होने से  आराम से उपयोग किया 

यही चाह थी  मन में पूरी सफलता पाई |

आशा सक्सेना

 

 

 

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