२-मेरे मन की
अब तैयारी है किताब ‘सांझ की बेला में ‘अठारावे कविता संग्रह के प्रकाशन की
|जल्दी ही वह आपके सन्मुख होगा आप ही
निर्धारित करेंगे पुस्तक कैसी लगी मेरे निर्णायक आप मेरे पाठक ही हैं|मुझे क्या लिखना है क्या नहीं
आप पर निर्भर है |
लेखिका
आशा सक्सेना
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