मेरे मन की
अब तैयारी है किताब ‘साँँझ की बेला' अठारहवेंं कविता संग्रह' के प्रकाशन की | जल्दी ही वह आपके सम्मुख होगा | आप ही निर्धारित करेंगे पुस्तक कैसी लगी | मेरे निर्णायक
आप मेरे पाठक ही हैं | मुझे क्या लिखना है
क्या नहीं आप पर निर्भर है |
लेखिका
आशा सक्सेना
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