क्या हुआ जब तुमसे दूर हुआ
तुमसे पूंछा नही मन मेरा माना नहीं
अब तक कोई निराकरण ना निकल पाया
उसकी प्रतीक्षा रही हर पल |
यही कठिन समय दिखाई दिया
अब समस्या हल हो कैसे
मन बहुत पछताता है
पास आते आते हल जब दूर हो जाता है |
अब तक हल है मुझसे दूर
कभी पास आएगा या नहीं मुझे मालूम नहीं
पर बिना हल खोजे कहीं भी चैन नहीं
यही चैन मुझे जब मिल जाएगा
मुझे सुकून आ जाएगा |
आशा सक्सेना
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