08 नवंबर, 2023

अभी तक कुछ ना कहा

 

.अभी तक कुछ न कहा

मन को नियंत्रण में रखा 

ना ही कोई आवश्यकता का इजहार किया

यह नहीं भूलो कि मैं भी हूँ मनुष्य

मेरी भी कुछ अपेक्षाएं हैं तुमसे |

जब भी दूसरों को देखा मन में असंतुलन हुआ

इससे मुझे दूर रखो सामान्य सा जीवन जीने दो

मेरी बहुत आवश्यकताएं नहीं होगी

जीवन सहज रूप से चलेगा |

तुमसे ही अपेक्षा रहती है

 उस पर भी नियंत्रण हो जाएगा

पर समय लगेगा है यह कठिन पर असंभव नहीं

यह मैं जान गई हूँ खुद पर ही नियंत्रण रखूंगी |

यही हितकर होगा मेरे लिए

एकाग्र चित्य होना होगा आवश्यक

यह हो पाएगा प्रभु की शरण में जाकर

मन पर नियंत्रण रख कर |

यही है  जीवन की खुश हाली का राज

मुझे खुद पर ही संतुलन बनाकर रखना होगा

यही साझ में आया है मेरे

इसी से भवसागर से पार उतर पाऊंगी

आशा सक्सेना  

 

 

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