अथाह ज्ञान केवल
पुस्तकों से नहीं आता
बहुत प्रयत्न करने होते
अनुभव के संचय के लिए |
यह ज्ञान से नहीं आते
उनको भी गुनना पड़ता है
जीवन में उतारना पड़ता है
जीवन में अनुभवों की कमीं नहीं |
यह क्रिया तभी
संपन्न होती है
जब मन में दृढ प्रतिज्ञा हो
जीवन में उतारने की क्षमता हो
किसी के कहने सुनने से
कुछ नहीं होता
मन में होना चाहिए ललक
परखने की व अनुकरण की |
उनको सीखने के लिए
जीवन में उतारने के लिए
नियमित अभ्यास की
होती है आवश्यकता |
पूर्ण श्रद्धा से किये कार्य
अनुभव से सफलता ही देते हैं
जीवन में असफलता
कभी नजदीक नहीं आती |
आशा सक्सेना
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