१-बचपन में
किस बात की चिंता
सभी सुख हैं
२- किशोर वय
बाहर का नजारा
आकृष्ट हुआ
३-यौवन आया
भौतिक जीवन है
जिसमें खोया
४- कदम बढ़े
धर्म झांका मन में
हुई धार्मिक
5-भक्ति जगी
रही सफल जीती
मिली प्रभु से
आशा सक्सेना
वाह.
धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |
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वाह.
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