होता नहीं विश्वास
कभी विष कन्याएं भी होती थीं
होता था इतना आकर्षण
कोई भी बँध जाता था
मोह पाश में उनके |
सदियों से ही सुंदरता का
उसके पूर्ण उपयोग का अवसर
खोना न चाहा किसी ने |
जब भी कोई स्वार्थ होता
उपयोग विष कन्या का होता |
बचपन से ही रखा जाता
सब की नजरों से दूर
उस अपूर्व सुन्दरी को |
नमक से दूरी रख
पालन पोषण होता उसका
यदि किसी की दृष्टि भी
उस पर भूले से पड़ जाती
हो जाता भूलना कठिन |
कई ऱाज जानने के लिए
बदला लेने के लिए
पूर्ण योगदान होता था उसका |
पर थी नितांत अकेली वह
एक ही बात
मन में घुमड़ती
लगती सुंदरता अभिशाप
जब सभी उससे दूरी रखते
निकटता से उसकी डरते |
उसकी सुंदरता
उसके बाहुपाश का बंधन
कारण बनता
मृत्यु के कगार तक पहुँचने का
हर बार विचार कौंधता मन में
क्या होती सुंदरता अभिशाप |
है कितनी स्वार्थी दुनिया
निज हित के लिए
कितना गिर सकती है
कुछ भी कर सकती है |
आशा
कभी विष कन्याएं भी होती थीं
होता था इतना आकर्षण
कोई भी बँध जाता था
मोह पाश में उनके |
सदियों से ही सुंदरता का
उसके पूर्ण उपयोग का अवसर
खोना न चाहा किसी ने |
जब भी कोई स्वार्थ होता
उपयोग विष कन्या का होता |
बचपन से ही रखा जाता
सब की नजरों से दूर
उस अपूर्व सुन्दरी को |
नमक से दूरी रख
पालन पोषण होता उसका
यदि किसी की दृष्टि भी
उस पर भूले से पड़ जाती
हो जाता भूलना कठिन |
कई ऱाज जानने के लिए
बदला लेने के लिए
पूर्ण योगदान होता था उसका |
पर थी नितांत अकेली वह
एक ही बात
मन में घुमड़ती
लगती सुंदरता अभिशाप
जब सभी उससे दूरी रखते
निकटता से उसकी डरते |
उसकी सुंदरता
उसके बाहुपाश का बंधन
कारण बनता
मृत्यु के कगार तक पहुँचने का
हर बार विचार कौंधता मन में
क्या होती सुंदरता अभिशाप |
है कितनी स्वार्थी दुनिया
निज हित के लिए
कितना गिर सकती है
कुछ भी कर सकती है |
आशा