आपने अफसाना अपना सुनाया
सभी के दिलों को बहकाया
जब अपने पास बुलाया
कुछ पलों को थमता सा पाया
आपके शब्दों की कसक
कानों में गूंजती रही वर्षों तक !
दीप जलाया मन मंदिर में
हवा के झोंके सह न सका
था बुझने के कगार पर
अंतर्वेदना तक प्रगट न कर पाया
कसमसाया भभका और बुझ गया |
नीला समुन्दर नीला आसमान
धरती बहुरंगी इंद्र धनुष समान
आशा उपजती इसे निहारने की
समस्त रंग जीवन में उतारने की |
नीला समुन्दर नीला आसमान
धरती बहुरंगी इंद्र धनुष समान
आशा उपजती इसे निहारने की
समस्त रंग जीवन में उतारने की |
जाने कहाँ से विचार आते हैं
मुझ से टकरा कर चले जाते हैं
न जाने क्या है मुझसे वैर उनका
न जाने की खबर देते हैंन आने कीआहट
बस मन के तार छेड़ जाते हैं |...
बेचैन न हो धर धीर धरा की तरह
सब कष्ट सहन करमना धरणी की तरह
गुण सहनशीलता का होगा विकसित
महक जिसकी होगी हरीतिमा कि तरह |
न जाने क्या है मुझसे वैर उनका
न जाने की खबर देते हैंन आने कीआहट
बस मन के तार छेड़ जाते हैं |...
बेचैन न हो धर धीर धरा की तरह
सब कष्ट सहन करमना धरणी की तरह
गुण सहनशीलता का होगा विकसित
महक जिसकी होगी हरीतिमा कि तरह |
आशा