वसंत ऋतू के आगमन ने
किया आग़ाज
अपने आने का
चुराई मौसम से कुछ ऊर्जा
सुहाना उसे बनाने के लिए
है आज वसंत पंचमी
धरती पीली हुई 
 पीले पुष्पों से सजी 
हे वाग देवी सरस्वती 
 तेरे स्वागत में 
बच्चों ने पीत वसन 
 धारण किये 
मीठे चावल बनाया 
 भोग के लिए 
देना झोली भर 
विद्या का दान 
आशीष भरा  हाथ 
सर पर सदा रखना 
मां सरस्वती तुम्हें 
शत शत नमन |
आशा 





