दो शब्द खो गए दूसरे शब्दों से मिल कर
हिरा गए कहीं जा कर
खोजा मन के हर कौने में
बाहर भी खोजा गहराई से
सिर्फ वहीं नहीं मिल पाया
मेरे भाव भी सारी जिन्दगी
वहीं अटक कर रह जाते हैं |
एक ही कार्य करने से
मन कभी बोझिल हो जाता है
यदि कोई बदलाव नहीं किया
जीवन बेरंग हो जाता है
किसी काजल की कोठरी में |
सिमट कर रह जाता है |
जिसने कहा कार्य बदलो
मन डावाडोल नहीं होगा
उस ने बहकाया है तुम्हें
तुम एक कार्य ही चित्त लगा कर करो
उस कार्य में आनंद आजाएगा |
|शिद्दत से किया कार्य व्यर्थ नहीं जाता
मार्ग पर जाने से आगे का मार्ग प्रशस्त होता
वह सही मार्ग ही दिखलाता
आगे सफलता मिलती है
महनत व्यर्थ नहीं जाती
सफलता जीवन में रंग भरती है |
|आशा सक्सेना