06 मार्च, 2024
21 फ़रवरी, 2024
गीत मेरा
एक चाह थी गीत गाने ही
कभी गाया भी गुनगुनाया भी
सब ने कहा कितना सुन्दर गीत है
यही तो चुनना था तुम्हारे लिए |
जब यह गीत चुना गया चुना गया मन का
मेरे मन की बात की पूरी हुई ,कथानक चयन किया
मेरे मन को संतुष्टि का प्रसाद मिला यही विशेष अशीश पाया,जिसका पूर्णसदुपयोग किया|
आशा सक्सेना
20 फ़रवरी, 2024
चन्द्रयांन मिशन
इन सारी हरकतों का ,
बेमतलब की तांका झाकी
सब को रास न आती
मन को जब रास न आए
जिन्दगी ही रूठ जाए |
सही राह मिलते ही
जीवन सही पटरी पर
नहीं चलता
जाने के लिए अपना मन बनाए
इघर उधर झांकते
सारा जीवन बीत गया है
यूँही इधर उधर झांकते
कोई हल नहीं निकला
सितारा देखा जब भी
तुम से किसी की तुलना नहीं हो पाई |
तुम चाँद और तारे आसपास तुम्हारे
तुम सा कोई नहीं आकाश गंगा में
जैसे भी हो सब सेअलग हो
हो सारे आसमान में
बड़ी सफलता पाई इसरो ने स्पेस में
तुम पर भारत का तिरंगा झंडा फैला कर
प्रधान मंत्री ने की प्रशंसाभूरीभुरी वैज्ञानिकों की
यहाँ की प्रगति देख
सारा देश हुआ गौरान्वित |
आशा सक्सेना
इस हरी भरी बगिया में
इस हरी भरी बगिया
में
कितनी मदमस्त बयार
है
माली अपनी मेंहनत पर
झूम झूम जाता है |
कितनी मेहनत कर रहे
हो
मन उत्फुल्ल हो जाता है
बहुत मेंहनत लगती है
जरा ज़रा से कार्य में |
जब कोई तारीफ
करता हैं
मन बाग़ बाग़ होता है
माली फूला नहीं समाता
अधिक उत्साह से जी जान से जुट जाता है |
07 फ़रवरी, 2024
जब ध्यान ना रखा
है एक दिन की बात है
मैदान पर खेलने गए थे
समय का ध्यान ही नहीं रहा
शाम गहराई ,होने लगी रात |
हम छोटे थे रुआसे हुए
अब घर कैसे जाएंगे
एक राहगीर उधर से जा रहा
रोने का करण जान कर
हाथ थामें उसने छोड़ा घर पर
अब समय का ध्यान रखने
की कसम खाई
अपने को बहुत समझदार समझा
एक शिक्षा ली
समय का ध्यान रखने की
आशा सक्सेना
हाइकु
१- किसी ने कहा
तुम नहीं आओगे
तरसाओगे
२-उसने पीया
रसरंग प्रेम का
मुझे पिलाया
३- मीठा है रस
बड़ा ही मशहूर
तुम ही पियो
४-याद नहीं है
मैंने कभी पीया है
आम का रस
५-तुमने बोले
दो शव्द प्रेम के
मन पसीजा
आशा सक्सेना
ऐसे कार्य करें कि सब याद करें
हम चले जाएंगे
लौट कर न आएगे
यादें शेष रह जाएंगी
किसी के पास |
इधर उधर से
आते जाते सभी
याद करेंगे
उन बातों को |
तभी बड़ों का कहना है
कोई ऐसा काम न करो
किसी के मन को
ठेस पहुंचे |
यह मैंने अनुभव किया है
मेरे जाते ही
बहुत बाते बनती हैं
बेरे बारे में |
ऐसे कार्य करूं कि
मुझे भी याद किया जाए
जब मैं इस दुनिया से जाऊं |
आशा सक्सेना