09 दिसंबर, 2018

हाइकू

१-मौसम ठंडा 
कांपता है बदन
कम्पित मन
२-सहज भाव 
चहरे पर दीखते
आइना वही
३-अविराम है
विचारों में बहना
नीरव जल
४-मुस्कान तेरी 
मधुर चंद्रमुखी 
जीत ले गई 
५-नीर छलका 
आखों की  कोर नम 
न जाने कैसे
६-खुली आँखों से
देखे गए सपने
सभी ना  सच

७-ख्याली पुलाव
उतना नहीं स्वाद
जो सच में हो

८-सपना टूटे
मन सबसे रूठे
शिकवा करे

आशा


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