१-मौसम ठंडा
कांपता है बदनकम्पित मन
२-सहज भाव
चहरे पर दीखते
आइना वही
चहरे पर दीखते
आइना वही
३-अविराम है
विचारों में बहना
नीरव जल
विचारों में बहना
नीरव जल
४-मुस्कान तेरी
मधुर चंद्रमुखी
जीत ले गई
५-नीर छलका
आखों की कोर नम
न जाने कैसे
६-खुली आँखों से
६-खुली आँखों से
देखे गए सपने
सभी ना सच
७-ख्याली पुलाव
उतना नहीं स्वाद
जो सच में हो
८-सपना टूटे
मन सबसे रूठे
शिकवा करे
आशा
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