19 सितंबर, 2010

हर श्वास कुछ कहती है

साँसें लेते हैं अनगिनत,
जन्म से मृत्यु तक ,
उनको गिनना है कठिन ,
पर हर श्वास कुछ कहती है ,
ध्यान नहीं जाता ,
बच्चा मुस्कराता है ,
ठुमक ठुमक कर चलता है ,
दौडता है भागता है ,
तेज तेज सांसें लेता है ,
माँ बहुत खुश होती है ,
वह गहरी सांस ले रहा है .
जल्दी बड़ा हो रहा है ,
सर्दी हो या बेचैनी हो ,
माँ चिन्तितं हो जाती है ,
नन्हे की सुरक्षा के लिए |
मृगनयनी अभिसारिका ,
यौवन से परिपूर्ण प्रेयसी ,
जब सन्मुख होती है ,
साँसे चौगुनी हो जाती है ,
मन को स्पंदित कर जाती हैं ,
जैसे ही वह मुड़ती है ,
मन आकुल हो जाता है .
गति साँसों की
धीमी हो जाती है |
यदि क्रोध पर संयम ना हो ,
और मन का आपा खो जाए ,
तब श्वास तीव्र हो जाती है ,
गर्म श्वास क्षति पहुचाती है |
कभी समस्या भी हो जाती है
वृद्धावस्था में क्षय होती साँसें ,
बार बार चेताती हैं ,
यदि ध्यान न दिया गया ,
क्षतिपूर्ति संभव नहीं होती ,
अंतिम श्वास आते ही ,
दीपक की लौ भभकती है ,
फिर अपार शान्ति छा जाती है ,
मृतु पाश मैं बंध कर,
चली जाती है जिंदगी जाने कहाँ,
और थम जाता है,
साँसों का सफर ,
और श्वास मौन हो जाती है |
आशा

13 टिप्‍पणियां:

  1. चाँद सांसों पर ही टिकी है जिंदगी
    बहुत सुन्दर कविता
    ब्रह्माण्ड

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  2. ये तो आपने साँसों पर short term Ph. D करवा दी ... कमाल है.....

    जवाब देंहटाएं
  3. अंतिम श्वास आते ही ,
    दीपक की लौ भभकती है ,
    फिर अपार शान्ति छा जाती है ,
    मृतु पाश मैं बंध कर,
    चली जाती है जिंदगी जाने कहाँ,
    और थम जाता है,
    साँसों का सफर ,
    और श्वास मौन हो जाती है |

    थम जाता है सांसों का सफर

    बहुत सुंदर
    http://veenakesur.blogspot.com/

    जवाब देंहटाएं
  4. साँसों का आना जाना ....अच्छी प्रस्तुति ..

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  5. बहुत प्यारी रचना
    चाँद सांसों पर ही टिकी है जिंदगी
    अच्छी प्रस्तुति शुभकामनाएं .

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  6. साँसों पर ही तो टिकी है जिंदगी.....बहुत अच्छा लिखा है आपने,बढ़िया लगा....मेरी शुभकामनायें !

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  7. जीवन चक्र को शब्दों में बाँध दिया है आपने .... बहुत लाजवाब .....

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  8. जन्म से लेकर मृत्यु तक साँसों का बहुत सुन्दर लेखा जोखा प्रस्तुत किया है आपने रचना में ! बहुत ही शानदार प्रस्तुति ! बधाई एवं आभार !

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  9. वाह सुंदर अभिव्यक्ति.एक गाना सुना था...जन्मे लकड़ी..मरते लकड़ी..अजब तमाशा लकड़ी का...लेकिन अब उसे बदलना पड़ेगा...जन्मे सांस...मरते सांस......

    :)

    सुंदर अभिव्यक्ति.

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  10. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  11. जीवन और मृत्यु में बस एक सांस का ही तो अंतर है ...
    सांसों के उतार चढ़ाव के विभिन्न आयाम ...!

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